रक्षामंत्री शुक्रवार को इंटीग्रल यूनिवर्सिटी के 14वें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद थे। उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह वो अवसर है, जब आप कैम्पस की पढ़ाई पूरी कर नई दुनिया में निकलते हैं। कैम्पस में छात्र तालीम के साथ तहजीब भी सीखते हैं। लगातार सीखने की आदत ही सफलता की राह दिखाती है। आपके सफलता की कुंजी माता-पिता और अध्यापक हैं। महिलाओं की भागीदारी की सराहना करते हुए रक्षामंत्री ने कहा कि वह वारशिप और सियाचिन जैसे ठंडी जगह तैनात होकर देश की रक्षा कर रही हैं। डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर की मजबूती पर कहा कि छात्र-छात्राएं ऐसे योग्य बने, जिससे भारत विश्वगुरु बन सके।
दीक्षांत हर विद्यार्थी का स्वर्णिम दिन
समारोह में गेस्ट ऑफ ऑनर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय का दीक्षांत छात्रों के भविष्य के लिए स्वर्णिम दिन होता है। इंटीग्रल ने हर विधा में बच्चों की पढ़ाई के लिए उच्च कोटि की शिक्षा व्यवस्था की है। यहां विभिन्न देशों के भी छात्र पढ़ते हैं। वो अपने-अपने देश में जाकर भारत की संस्कृति का प्रचार करेंगे।
3437 छात्रों को मिली डिग्रियां
विश्वविद्यालय के 14वें दीक्षांत समारोह में टॉपर, मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी बायोइंफॉर्मेटिक्स के छात्र अनम तनवीर समेत 85 छात्रों को गोल्ड मेडल मिला। बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन फाइनेंशियल सर्विसेज की छात्रा सैयद तुबा जमाल समेत 83 छात्रों को सिल्वर मेडल समेत 3437 विद्यार्थियों को डिग्रियां दी गईं। इसमें पीएचडी 67, पीजी 708, यूजी 2493 और 167 स्टूडेंट डिप्लोमा के थे। यहां संस्थापक प्रो. सईद वसीम अख़्तर, अजरा वसीम, कुलपति जावेद मुसर्द, मुकेश शर्मा, विधायक योगेश शुक्ला आदि मौजूद रहे।
गाम्बिया के राष्ट्रपति को डीलिट उपाधि
गाम्बिया के राष्ट्रपति अडामा बैरो को डी. लिट् की मानद उपाधि दी गई, जिसे प्राप्त करने हाई कमिश्नर रिपब्लिक ऑफ गाम्बिया मुस्तफा जावरा मौजूद रहे।