भारतीय टीम वर्ल्ड कप की प्रबल दावेदार
ओलिंपिक में आठ स्वर्ण पदक जीत चुकी भारतीय टीम ने एकमात्र विश्व कप 1975 में कुआलालंपुर में अजितपाल सिंह की कप्तानी में जीता था. उसके बाद से टीम सेमीफाइनल में भी नहीं पहुंच सकी है. भारत ने हाल ही में आस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की शृंखला में अच्छा प्रदर्शन किया था. इस विश्व कप में भारतीय टीम में कप्तान हरमनप्रीत सिंह के साथ लोकल ब्वॉय डिफेंडर अमित रोहिदास और डिफेंडर नीलम संजीव खेस पर सबकी नजर रहेगी. इसके अलावा अनुभवी गोलकीपर पीआर श्रीजेश, मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह और मनदीप सिंह पर सफलता का दारोमदार होगा. फॉरवर्ड आकाशदीप सिंह पर भी सभी की नजरें होंगी.
वर्ल्ड कप के लिए भारतीय हॉकी टीम
गोलकीपर : पीआर श्रीजेश और कृष्ण बहादुर पाठक.डिफेंडर : हरमनप्रीत सिंह (कप्तान), अ्मित रोहिदास (उपकप्तान), नीलम संजीव खेस, जरमनप्रीत सिंह, सुरेंद्र कुमार, वरुण कुमार.
मिडफील्डर : मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, नीलकांत शर्मा, शमशेर सिंह, विवेक सागर प्रसाद, आकाशदीप सिंह.
फॉरवर्ड : मनदीप सिंह, ललित कुमार उपाध्याय, अभिषेक, सुखजीत सिंह.
वैकल्पिक : राजकुमार पाल, जुगराज सिंह
मुख्य कोच : ग्राहम रीड
भारत को दूसरे खिताब का इंतजार
भारतीय टीम विश्व कप में अब तक एकमात्र 1975 में स्वर्ण पदक जीती है. इससे पहले 1971 में पहले विश्व कप में भारत ने कांस्य और 1973 में रजत पदक जीता था. इसके बाद 1978 से 2014 तक भारत ग्रुप चरण से आगे नहीं जा सका है. पिछली बार भी भुवनेश्वर में हुए विश्व कप में भारत क्वार्टर फाइनल में नीदरलैंड से हारकर बाहर हो गया था. हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी वाली भारतीय टीम इस बार अपनी जमीन पर पदक के प्रबल दावेदारों में से है. पुरुष विश्व कप हॉकी का यह 15वां संस्करण है, जिसमें 16 टीम हिस्सा ले रही हैं, जिन्हें चार ग्रुप में बांटा गया है. हर ग्रुप से शीर्ष टीम सीधे क्वार्टर फाइनल में पहुंचेगी और दूसरे तथा तीसरे स्थान की टीमों के बीच क्रॉसओवर मैच होंगे. विजेता क्वार्टर फाइनल में जायेगा.